इश्क़ बस नाम की थी, ना कोई शिकायतें। इश्क़ बस नाम की थी, ना कोई शिकायतें।
मैं मोड़ पर खड़ा बाट जोहता हूँ किसी तीसरे सफ़र की। मैं मोड़ पर खड़ा बाट जोहता हूँ किसी तीसरे सफ़र की।
हालातों को देख अब जीना सीख सा गया हूँ। हालातों को देख अब जीना सीख सा गया हूँ।
गुजरे हुए लम्हों की किताब होगी खास। गुजरे हुए लम्हों की किताब होगी खास।
इसे किसी पहचान कि कोई ज़रुरत ही नहीं होता हैं। इसे किसी पहचान कि कोई ज़रुरत ही नहीं होता हैं।
तुम हमसे मिलना चाहते हो मैं तुम्हें देखना चाहता हूँ तुम मुझे देखना चाहती हो तुम हमसे मिलना चाहते हो मैं तुम्हें देखना चाहता हूँ तुम मुझे देखना चाहती हो